डैमेज कंट्रोल: शक्ति सिंह गोहिल को मिला दिल्ली कांग्रेस का अतिरिक्त प्रभार

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assemble Election 2020) में कांग्रेस (Congress) को मिली बुरी हार के बाद पार्टी में चिंतन-मनन का दौर शुरू हो गया है. मंगलवार को नतीजे आने के बाद दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के इस्तीफे के बाद बुधवार को दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने भी पार्टी की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल (Shakti Sinh Gohil) को अब दिल्ली कांग्रेस (Delhi Congress) का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.इससे पहले बुधवार को पीसी चाको ने दिल्ली में कांग्रेस की खस्ताहाल स्थिति को लेकर बयान दिया था. चाको ने इशारों-इशारे में दिवंगत शीला दीक्षित पर निशाना साधते हुए कहा था कि वर्ष 2013 से ही दिल्ली में कांग्रेस की खराब हालत की शुरुआत हो गई थी. आम आदमी पार्टी (आप) के उदय के साथ ही कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक उसकी ओर शिफ्ट हो गया, जो आज भी लौटा नहीं है. चाको के इस बयान पर कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट कर जवाब दिया था. देवड़ा ने अपने ट्वीट में शीला दीक्षित की आलोचना करने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया था. इसके बाद पीसी चाको ने प्रभारी पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया था.

लगातार दूसरी बार दिल्ली में कांग्रेस का नहीं खुला खाताबता दें कि 11 फरवरी को आए दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) को जबरदस्त जीत हासिल हुई है. दिल्ली की 70 सीटों में से उसने 62 पर अपना कब्जा जमाया है. वहीं बीजेपी को महज आठ सीटों पर ही जीत नसीब हुई. पिछली बार की तरह इस बार भी कांग्रेस का खाता नहीं खुला. कांग्रेस लगातार दूसरी बार दिल्ली में एक भी सीट नहीं हासिल कर सकी. वहीं आप को कुल पड़े वोटों का 53.6 प्रतिशत शेयर मिला जबकि बीजेपी को 38.5 फीसदी मत पड़े. कांग्रेस के हिस्से में महज 4.26 प्रतिशत वोट शेयर रहा.

कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 66 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन इनमें से 63 की जमानत जब्त हो गई. गठबंधन के तहत कांग्रेस ने सहयोगी दल आरजेडी के लिए चार सीटें छोड़ी थी लेकिन उन पर भी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई.Image result for delhi vidhan sabha